अरे ओ छोटू । हाँ भैया। कछु सुनत रहो की नाय। का भैया का भयो ? अरे हम खबर सुनत रहे क़ि उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्र...
अरे ओ छोटू ।
हाँ भैया।
कछु सुनत रहो की नाय।
का भैया का भयो ?
अरे हम खबर सुनत रहे क़ि उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक जी ने विज्ञान को ज्योतिष के सामने बौना बताया है।
भैया लगता है निशंक जी , मुख्यमंत्री जैसे महत्वपूर्ण पद पर रहकर भी विज्ञान की शक्ति को नही पहचान पाये जरूर स्कूल के दिनों में उनके विज्ञान में सबसे कम अंक आते होंगे वरना विज्ञान के लिए ऐसे शब्द नही कहते।
हाँ शायद ऐसा ही होगा।
हाँ शायद ऐसा ही होगा।
अभी 3 दिन पहले का माजरा है जब उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री माननीय रमेश पोखरियाल निशंक जी ने संसद में कहा क़ि विज्ञान, ज्योतिष के सामने बौना है। दोस्तों हर किसी क़ि अपनी अपनी सोच है किसी को अरहर दाल पसंद आती है तो किसी को दाल मखानी अब क्या कह सकते हैं पर निशंक जी आप तो पढ़े लिखे हैं आपको तो आपको ये बयान शोभा नही देता। आपने तो हर तरह क़ि दाल खायी होगी मसूर, उड़द , अरहर,मूंग ,गागा जमुनी , चने क़ि दाल मतलब जब आप सी.एम. रह चुके हैं तो आपने तो सभी विभागों को मॉनिटर किया ही होगा . फिर आप ऐसा काहे बोल गए ? अगर आपके ज्योतिष में विज्ञान से ज्यादा शक्ति है तो आपके ज्योतिष ने क्यों नही बताया आपके उत्तराखंड में आने वाली बाढ़ के बारे में ? क्यों नही रोक पायी आपकी ज्योतिष उस भयंकर मंजर को ? शायद आप ये भूल रहे हैं क़ि उस बाढ़ में फसे ज्यादातर लोगो को बचाने में सेना के जवानो ने हेलीकॉप्टर का सहारा लिया था जो क़ि उस विज्ञान की ही देन है जिस को आप बौना बता रहे हैं। और आज भी विज्ञान की ही मदद से मौसम और भूकम्प से सम्बंधित आपदा का पता लगाकर लोगो की जाने बचाई जाती हैं ताकि उन्हे सुरक्षित जगहों पर पहुचाया जा सके। खैर अच्छे दिन आ रहे हैं और आगे भी आने वाले हैं कुछ लोगो कुछ महीने पहले भविष्यवाणी की थी जरूर उनको ज्योतिष का ज्ञान होगा।
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