आज के समय में लैपटॉप का प्रयोग करने वालो की संख्या काफी बढ़ गयी है। अगर आप भी लैपटॉप प्रयोग करते हैं तो कृपया अपने लैपटॉप की बेकार बैटरी ...
आज के समय में लैपटॉप का प्रयोग करने वालो की संख्या काफी बढ़ गयी है। अगर आप भी लैपटॉप प्रयोग करते हैं तो कृपया अपने लैपटॉप की बेकार बैटरी को फेके नही और न ही कबाड़ी वाले को दे क्यों कि अब आपके लैपटॉप के बेकार बैटरी से रौशनी की जा सकती है। गरीबो के घरो में उजाला लाया जा सकता हैं जिन घरो में बिजली का कनेक्शन नही है या गावो में जहा बिजली बहुत कम आती है जैसे की उत्तर प्रदेश के गाव बेचारे अँधेरे में डूबे रहते हैं हमेशा।
अभी हाल ही में कंप्यूटर बनाने वाली कंपनी आई. बी. एम ने एक रिसर्च की जिसमे उन्होने लैपटॉप की बेकार हुयी बैटरियों पर एक परीक्षण किया और पाया कि एक बेकार बैटरी से एक बल्ब को लगातार एक साल तक प्रतिदिन चार घंटे तक जलाया जा सकता है। आई बी. एम कंपनी ने इस परीक्षण को बंगलौर शहर में किया। आई बी. एम कंपनी की इस रिसर्च की प्रशंसा विश्व प्रमुख MIT इंस्टिट्यूट ने भी की है और इस रिसर्च को अपनी एक कांफ्रेंस में प्रस्तुत करने का निर्णय लिया है। आई. बी. एम की इस शोध को करने वाली टीम का कहना है कि इस रिसर्च की मदद से इ कचरे की समस्या से भी कुछ हद तक निपटा जा सकता है और साथ ही साथ ये रौशनी का एक सस्ता विकल्प है। लैपटॉप की बेकार हुयी बैटरी से लाइट उतपन करने के लिए आई बी.एम टीम ने एक UrJar नाम की डिवाइस बनायीं है जो की लैपटॉप की बेकार बैटरी से लिथियम आयन सेल को प्रयोग करके कम क्षमता वाली बिजली उतपन्न की जा सकती है जिससे LED बल्ब को जलाया जा सकता है और घरो में रौशनी की जा सकती है इस रिसर्च में लैपटॉप की बेकार बैटरी से लाइट उतपन्न किये गए गए कुछ चित्रो को पोस्ट में दर्शाया गया है। इस रिसर्च के पूरे रिसर्च पेपर को पढ़ने के लिए अधिक जानकारी के लिए आप रिफरेन्स में दिए गए लिंक पर क्लिक कर सकते हैं। जहा से इस जानकारी को लिया गया है।
रिफरेन्स : http://www.dgp.toronto.edu/~mjain/UrJar-DEV-2014.pdf
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