कल शाम के समय हम अपने दोस्त के साथ बैठे हुए चच्चू चाय कैफ़े पर चा पी रहा रहा था। तबही अचानक हमरा दोस्त चा पीते पीते एक गीत गुनगुनाने लगा ...
कल शाम के समय हम अपने दोस्त के साथ बैठे हुए चच्चू चाय कैफ़े पर  चा पी रहा रहा था।  तबही अचानक हमरा दोस्त चा पीते पीते एक गीत गुनगुनाने लगा ससुरा। हम सुनत रहे तो पता लगा कि एक ठो गाना है जिसके बोल कछु ऐसें है " कैसा ये इश्क़ है , अजब सा रिस्क है ?" .तबही हमार नज़र ऊहाँ रखे एक अखबार पर  पड़ी। अखबार में एक  हैडलाइन थी  " मोदी को दोबारा PM बनाना है, तो 10 बच्चे पैदा करें हिंदू - शंकराचार्य ". तुमको समझाए की खातिर थोड़ा डिटेल में बता देत  हैं कि ऊ पेपर में एग्ज़ॅक्ट्ली छपा का था ,ऊ में छपा था  -
"इलाहाबाद में माघ मेले में शिकरत करने आए शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती ने कहा, "हिंदुओं की एकता की ही वजह से मोदी प्रधानमंत्री बन सके हैं। वह बहुमत में रहें इसलिए प्रत्येक परिवारों को 10 बच्चे पैदा करने चाहिए।" घर वापसी' कार्यक्रम पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा, "हिंदू धर्म से ही ईसाई, इस्लाम और सिख धर्म का जन्म हुआ हैं, इसलिए सभी को अपनी जड़ों की ओर लौटना चाहिए। घर वापसी पर बैन नहीं लगना चाहिए। धर्म बदलने पर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं होनी चाहिए।" उन्होंने कहा कि जो हिंदू उन्हें अपने बच्चे सौंपेंगे, वे उनकी पढ़ाई-लिखाई की व्यवस्था भी करेंगे।
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अब जोन गीत वो हमरा दोस्त गुनगुना रहा था हम . ऊ का सही मतबल समजे कि खातिर आँख बंद करके 1  मिनट के लिए कुछ  दिनों पहले कि ऐसी घटनाओ को मन ही मन में  रीडिंग मारने  लगा ,जोन  का सीधा कनेक्शन ई शंकराचार्य जी के वाक्य  से था  
ऐसे ही  वाक्य कछु  दिन पहले भाजपा  के एम.पी.शाक्षी महाराज दिए रहे थे। ऊ कहे  थे कि  एक हिन्दू महिला  को कम से कम 4  बच्चे पैदा करने चाहिए। 
ऐसा ही कछु  पश्चिम बंगाल के भाजपा  नेता श्यामल गोस्वामी कहे रहे कि हिन्दू धर्म के अस्तित्व के लिए एक हिन्दू महिला को कम से कम 5  बच्चे पैदा करने चाहिए।  
तब जाकर हमको पता लगा कि ई शंकरायाचार्य जी और भाजपा के ई सभी नेता  तो "मोदी सरकार"  के  इश्क़ कि बात कर रहा था। फिर हम ई के द्वारा बोले गए वाक्य के बारे में सोचने लगा तो हमको लगा ई में थोड़ा नही, ई में  तो हमको बहुतही बड़ा रिस्क लागे है ससुरा ।  मतलब ये कि मोदी जी को फिर से पी. एम  बनाए कि खातिर शादीसुदा हिन्दू मर्दो को ई शंकराचार्य जी का कहना मानकर और  दस का दम दिखाकर भविष्य में अपने  घर परिवार के साथ सड़क पर कटोरा लेकर बैठना पड़  जाई । 
अब आप अगर समझदार  लोग हैं तो खुदही सोचो  का ये साधू और ई नेता हमारे देश की जनता को सही सलाह दे रहे है ?  जो जनता बेचारी भोली भाली है दिमाग और समझदारी से काम नही लेती वो तो  इन लोगन को अपना भगवान समझती हैं  ऊ तू  बेचारी इन के वाक्य को सही मानकर 5  से 10  बच्चे पैदा करने की तैयारी में लग जाई । लेकिन बाद में का हाथ  लगेगा ऐसी जनता के सिर्फ और सिर्फ गरीबी और अपने बच्चो का अंधकारमय भविष्य और कछु न रह जाई । अगर फिर भी आप लोग ई  साधू और ई नेताओ की बात को सही मानत  हो तो भैया  हमका  माफ़ करो, हमरी ये  पोस्ट तुम लोगन के  लिए नाही  है। 
हमरी चा अब खत्म होने वाली है और हुमरे दोस्त का ऊ गाना भी। 
चलते चलते माननीय  मोदी जी से एक ठो निवेदन करना चाहेंगे यही की सर जी - भाजपा के जो नेता ऐसा ब्यान दे रहे हैं की हिन्दू महिला को कम से कम 4 -5  बच्चे पैंदा करने चाहिए , जो ई साधू कह रहे की मोदी जी को फिर से पी. एम  बनाने के लिए हिन्दू महिला को 10  बच्चे पैदा करने चाहिए।  इन लोगो के बयान पर अपना समझदारी भरा उत्तर दे और इनके खिलाफ करयवाही करे।  हम माननीय  मोदी जी से ये आशा करता हु कि वो खुद को फिर से पी.एम . बनने के लिए एक हिन्दू महिला को 10  बच्चे पैदा करने जैसी सलहा नही देंगे। 
नमस्ते ! हमरी चा खतम हो गयी है चलते हैं अब ,चलो  बे ई गाना बंद करो  अब और इस इश्क़ का और  रिस्क मत ले।   
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