अभी हाल ही में जहाँ आई बी एम् कंपनी ने नेनोटेकनोलोजी का प्रयोग करके रेसट्रेक मेमोरी युक्त कंप्यूटर बनाया है . जो की आने वाले समय में काफी मद...

अभी हाल ही में जहाँ आई बी एम् कंपनी ने नेनोटेकनोलोजी का प्रयोग करके रेसट्रेक मेमोरी युक्त कंप्यूटर बनाया है . जो की आने वाले समय में काफी मददगार होंगे बिजली के कम खर्च में और प्रोसस्सिंग स्पीड को बढाने में. वही दूसरी और नेनोटेकनोलोजी का प्रयोग करके वैज्ञानिकों ने दुनिया की सबसे छोटी बैटरी बनाई है। जिसमे नानोवायर का प्रयोग किया गया है . इसका एनोड एक सिंगल नैनोवायर है। मजे की बात तो ये है की इसकी मोटाई इंसानी बाल के सात हजारवें हिस्से के बराबर है। लिथियम आधारित इस बैटरी को ट्रांसमिशन इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप (टीईएम) के अंदर बनाया गया है। इस रीसर्च का श्रेय अमेरिका स्थित सेंटर फॉर इंटीग्रेटेड नैनोटेक्नोलॉजीस के वैज्ञानिकों को ज़ाता है . जिसमे "Sandia National Laboratories " के वैज्ञानिक जिंयु हुंग की भूमिका अहम् है जिन्होंने अपनी टीम को लीड किया और इस रीसर्च में सफलता पायी .उनका कहना है की इस बैटरी के प्रयोग के आधार पर आगे और अध्ययन करने के बाद नई पीढ़ी के प्लग-इन हाइब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल, लैपटॉप व सेलफोन की परफार्मेस को और बेहतर किया जा सकता है। इसमें कोई शक नहीं की नेनोटेकनोलोजी का उपयोग काफी मददगार है .और लगातार सफल हो रहा है . आने वाले समय में इसकी बादशाहत भी कायम हो सकती है ...........
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