tag:blogger.com,1999:blog-5339742585262498282024-03-06T06:34:09.785+05:30डायनामिक DynamicDynamic is a Blog for Science and Technology related information in Hindi. Social and Motivational articles are also there on this blog.Manoj Kumarhttp://www.blogger.com/profile/16191596962503653854noreply@blogger.comBlogger204125tag:blogger.com,1999:blog-533974258526249828.post-18332134943820269212019-05-12T19:57:00.000+05:302019-05-12T19:57:04.353+05:30मातृ दिवस की हार्दिक शुभकामनायें !
मातृ दिवस की हार्दिक शुभकामनायें !
माँ को शब्दों के माध्यम से कविताओं या कहानियों में नहीं बाँधा जा सकता। इस कविता के माध्यम से मैने गाँव में रहने वाली माताओं के दिनभर के कठिन परिश्रम को दर्शाने की एक छोटी कोशिश की है। सुबह सवेरे सबसे पहले ,हर घर में जग जाती माँ। आँगन द्वारे झाड़ू लगाकर,फिर मीठी चाय बनाती माँ।।पशुओं को सानी लगाकर,गाय दोह कर लाती माँ। नाश्ते में पराठे बनाती,Manoj Kumarhttp://www.blogger.com/profile/16191596962503653854noreply@blogger.com4tag:blogger.com,1999:blog-533974258526249828.post-41761756782231403922019-05-01T18:41:00.000+05:302019-05-01T18:41:11.991+05:30क्या चाहता है एक मजदूर ?
क्या चाहता है एक मजदूर ?
मजदूर हूँ , हाँ मैं मजदूर हूँ ।
नहीं कहीं से भी मैं मजबूर हूँ ।।
देश की डोर है, मेरे हाथो में ।
अपने देश का मैं गरूर हूँ ।।
मजदूर हूँ, हाँ मैं मजदूर हूँ ।
1 मई को दुनिया के अनेक देशो में अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस मनाया जाता है। जिसे लेबर डे, मई दिवस, श्रमिक दिवस और मजदूर दिवस आदि अन्य नामो से भी जाना जाता है। मजदूर दिवस की शुरुवात सन 1886 में अमेरिका मेंManoj Kumarhttp://www.blogger.com/profile/16191596962503653854noreply@blogger.com3tag:blogger.com,1999:blog-533974258526249828.post-31224063040109512392019-01-27T07:24:00.003+05:302019-01-27T07:24:40.330+05:30" संविधान, तुम्हे जिन्दा रहना होगा "
हमारे देश में 26 जनवरी का अपना विशेष महत्व है। यह एक राष्ट्रीय पर्व है। इस दिन हमारे देश का संविधान लागू हुआ , देश में क़ानून के हिसाब से नये राज की शुरुवात हुयी।
आज के दिन संविधान सभा के सदस्यों की कलम से लिखे गये संविधान को अपना वजूद हासिल हुआ। डॉ. भीमराव आंबेडकर, जवाहरलाल नेहरू, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, सरदार वल्लभ भाई पटेल, मौलाना अबुल कलाम आजाद इस सभा के प्रमुख सदस्य थे। देश के संविधान Manoj Kumarhttp://www.blogger.com/profile/16191596962503653854noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-533974258526249828.post-22325770273529577332017-12-20T18:56:00.000+05:302017-12-20T19:33:02.969+05:30 ऐसे थे हमारे सरपंच साहब
स्वर्गीय श्री ठाकुर सिंह जी को शत शत नमन - दसवीं पुण्यतिथी !
बड़े शौक से सुनManoj Kumarhttp://www.blogger.com/profile/16191596962503653854noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-533974258526249828.post-33827270182465843562017-10-18T08:29:00.003+05:302022-03-13T22:03:40.190+05:30ब्रेन वेव सेंसिंग Technology
क्या है ब्रेन वेब सेंसिंग तकनीक ?
क्या ऐसा हो सकता है कि भविष्य में आप बिना कोई डिवाइस चेक किए ये जान जाएं कि हजारों किलोमीटर दूर बैठे आपके किसी दोस्त या रिलेटिव दवरा परिवार के सदस्य दवरा भजे गए सन्देश को जान पाए । ब्रेन वेव सेंसिंग मशीन का इस्तेमाल कर साइंटिस्ट टेलिपैथी से संदेश भेजने की प्रक्रिया पर काम कर रहे हैं। ये प्रयोग आंशिक तौर पर सफल हुआ है और अगर इसके बेहतरीन परिणाम हुए तो Manoj Kumarhttp://www.blogger.com/profile/16191596962503653854noreply@blogger.com3tag:blogger.com,1999:blog-533974258526249828.post-18596442435700117202017-09-27T22:19:00.000+05:302017-09-27T22:19:27.434+05:30 पंछी अपने घर को जाता है !Manoj Kumarhttp://www.blogger.com/profile/16191596962503653854noreply@blogger.com1tag:blogger.com,1999:blog-533974258526249828.post-76769802483987446952017-09-17T07:06:00.000+05:302017-09-17T07:06:50.221+05:30बचपन कुछ कहता है !
धुँधली यादो के झरोखे से , बचपन मुझसे कहता है !जब मैं था कितना खुश था तू , अब क्यों चुप चुप सा रहता है !!
हाथ पकड़ संग पिता के चलना ,मन में विश्वाश जगाता था !जीवन पथ पर कैसे है चलना ? यह हमको सिखलाता था !!
क्या भूल गया तू वो सभी बातें,जो बचपन में सिखलाई थी !जिनको अपनाने से जीवन में खुशियां आयी थी !!
चल फिर से अपना ले मुझको, अब देरी क्यों सहता है !
धुँधली यादो के झरोखे से , बचपन मुझसेManoj Kumarhttp://www.blogger.com/profile/16191596962503653854noreply@blogger.com2tag:blogger.com,1999:blog-533974258526249828.post-8911715934216479802017-09-16T06:42:00.000+05:302017-09-17T11:22:01.241+05:30अब नासा बनायेगा मंगल गृह पर ऑक्सीजन
मंगल गृह पर ऑक्सीजन बनायेगा नासा
जी हाँ हम बात कर रहे हैं अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में अग्रणी अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा की। नासा यानी कि नैशनल एरनॉटिक्स स्पेस ऐडिमिनिस्ट्रेशन। अभी हाल ही में मंगल ग्रह के वातावरण में ऑक्सिजन बनाने की योजना बना रहा है। अपने इस प्रयोग के लिए नासा साल 2020 में 'रोवर' नाम के मिशन के तहत वैज्ञानिको द्वारा मंगल पर सूक्ष्मजीव Manoj Kumarhttp://www.blogger.com/profile/16191596962503653854noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-533974258526249828.post-12886353118863961342017-08-03T04:13:00.001+05:302022-03-13T22:08:24.671+05:30ब्रिटिश वैज्ञानिको ने बनायी विश्व की सबसे हलकी घडी
विश्व की सबसे हलकी घडी।
जेनेवा (स्विट्जरलैंड ) में 23 जनवरी 2017 को वंडर मटेरियल ग्रेफीन से बनी विश्व की सबसे हलकी घडी का अनावरण किया गया। इस घडी का वजन मात्रा 40 ग्राम है। इस घडी को "आरएम 50 -03 " नाम दिया गया है।
आपको बता दे इस घडी को मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी ( इंग्लैंड ) के शोधकर्ताओ द्वारा बनाया गया है ,जिसमे एक घडी निर्माता कंपनी रिचर्डManoj Kumarhttp://www.blogger.com/profile/16191596962503653854noreply@blogger.com2tag:blogger.com,1999:blog-533974258526249828.post-72664520824225289312017-07-30T04:58:00.003+05:302022-03-13T22:09:10.733+05:30हज़ारो वर्ष पहले सहारा मरुस्थल था हरा भरा
दोस्तों सहारा मरुस्थल का नाम तो आपने सुना ही होगा। जी हाँ कर रहे हैं विश्व का सबसे बड़ा मरुस्थल "सहारा " की। यह मरुस्थल हज़ारो वर्ष पहले काफी हरा भरा था। जनवरी 2017 में "Journal Science Advances" में इस प्रकार का एक शोध प्रकशित हुआ है।
यह शोध कार्य एरिजोना यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओ ने किया। इस शोध की Manoj Kumarhttp://www.blogger.com/profile/16191596962503653854noreply@blogger.com3tag:blogger.com,1999:blog-533974258526249828.post-15191625036647261632017-07-27T06:16:00.001+05:302022-03-13T22:10:48.505+05:30क्या फलों का सेवन दिल के रोग को कम करता है ?
हम अक्सर सुनते रहते हैं कि फलों का सेवन करने से शरीर स्वस्थ रहता है. सेब के बारे में तो यहाँ तक कहा जाता ,कि एक सब प्रतिदिन खाने से मनुष्य हमेशा निरोग रहता है , लेकिन क्या आपको पता है कि फलों का सेवन हिर्दय रोग को भी कम करता है ?
एक नए शोध में यह बात सामने आई है कि ताजा फलों का अधिक सेवन दिल के रोग तथा स्ट्रोक के खतरे को भी कम कर देता है।इस शोध को चीन में Manoj Kumarhttp://www.blogger.com/profile/16191596962503653854noreply@blogger.com4tag:blogger.com,1999:blog-533974258526249828.post-2520585997130675622017-06-13T09:09:00.000+05:302019-04-09T18:47:55.403+05:30UGC , AICTE आप लोग यह क्या कर रहे भाई ?
आपको लेख के विषय से यह समझ आ गया होगा कि इस लेख में हम किस बारे में बात करने जा रहे हैं। आज से लगभग 20 वर्ष पहले हमारे देश में केवल सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज हुआ करते थे। उस समय में इंजीनियरिंग शिक्षा में जो गुणवत्ता थी वो आज के समय में नहीं रही ,जबकि उस समय साधन भी इतने पर्याप्त नहीं थे , न ही इंटरनेट था कि वहा से कोई मदद मिल सके। जब से इंजीनियरिंग शिक्षा Unknownnoreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-533974258526249828.post-56899027260925717952017-05-07T07:36:00.002+05:302022-03-13T22:13:27.039+05:30क्यों जरूरी है दूसरो की मदद करना ?
शाम के समय चाय वाले के दूकान पर मैं अपने एक मित्र एक साथ चाय पी रहा था। तभी मैं ने देखा वहां से एक भिखारी गुजरा जो की फटे हुए कपडे पहने हुआ था , थोड़ा आगे चलकर उस भिखारी ने एक घर का दरवाजा खटखटाया। दरवाजे से एक महिला बाहर आयी , भिखारी कुछ खाने के लिए मांगा। थोड़ी देर बाद मै ने देखा कि वह महिला उस एक प्लेट में उस व्यक्ति के लिए खाना लेकर आती है और खाने के बाद उससे एकManoj Kumarhttp://www.blogger.com/profile/16191596962503653854noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-533974258526249828.post-65032141683511560762017-04-05T09:16:00.001+05:302022-03-13T22:14:48.664+05:30मानव जीवन के तकनीकी भविष्य का क्या कोई अंत है ?
आज तकनीक के जमाने ने मानव जीवन को बदलकर रख दिया है। वर्षो पहले जिन चीज़ो की हम कल्पना भी नहीं कर सकते थे आज वह सब संभव है। इसी तरह वर्तमान समय में सोचने पर यह अहसास होता है की आने वाले कई वर्षो बाद जीवन कैसा होगा ?
सोचिये कि आज से 100 -150 वर्षो बाद जीवन कैसा होगा ? कितना कुछ बदल जाएगा इन आने वाले वर्षो में। अगर आपने अभी तक नहीं सोचा तो आपको बता दें कि Manoj Kumarhttp://www.blogger.com/profile/16191596962503653854noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-533974258526249828.post-89002284172207306712017-02-16T09:16:00.001+05:302022-03-13T22:33:18.651+05:30Internet of Things - A Network of Physical Objects
What is Internet of Things ?
"इन्टरनेट ऑफ़ थिंग्स" मतलब "Network of Physical Objects ( Things, Devices) "। वर्तमान में "इन्टरनेट ऑफ़ थिंग्स" बेहद ही रोचक विषय बना हुआ है। यह एक आधुनिक शोध का क्षेत्र है।
इस क्षेत्र में हो रहे शोध आने वाले समय में हमारी जीवन शैली को बिल्कुल ही बदल देगे। जरा सोचिये कि जब आप अपने ऑफिस के रूम में या घर पर अपने रूम Manoj Kumarhttp://www.blogger.com/profile/16191596962503653854noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-533974258526249828.post-34931565600967726992017-01-08T08:00:00.000+05:302017-01-08T08:00:51.815+05:30 दिमाग से कंट्रोल होने वाली कार A Car Which Can be Control by Mind
"जी हां शायद ऊपर लिखा हुआ वाकया सही हो जाये क्यों की भविष्य की कारों को चलाने के लिए स्टियरिंग व ड्राइवर की नहीं, बल्कि आपके दिमाग की जरूरत होगी। आओ जाने कुछ एस कर के बारे में - इसे साकार किया गया है मर्सिडीज की एफ 400 कॉन्सेप्ट कार में। "
डेरेक चिक किन एनजी की डिजाइन की हुई इस कार में सवार व्यक्ति को एक हेलमेट पहनना पड़ता है। इसमें लगा ब्रेन कंप्यूटर इंटरफेस दिमाग की तरंगों को पकड़कर कारManoj Kumarhttp://www.blogger.com/profile/16191596962503653854noreply@blogger.com1tag:blogger.com,1999:blog-533974258526249828.post-51696829579104335952017-01-06T07:26:00.006+05:302022-05-23T18:59:35.746+05:30"ऑफिस टाइम में चैट और फसबूक करने वाले हो जाये सावधान ...."
document.title='Software for employee who use facebook in office';
"वो सभी ऑफिस कर्मचारी ध्यान दे जो ऑफिस में नेट सर्फिंग करते है। अगर वो सोसिअल नेटवर्किंग साईट जैसे फेसबुक ,ऑरकुट या फिर चैटिंग में अपना टाइम पास करते है या ऑनलाइन गेम खेलते हैं। अगर वो वास्तव में ऐसा कर करते है तो अपनी इस आदत को दूर करने की कोशिश करें. वरना बहुतManoj Kumarhttp://www.blogger.com/profile/16191596962503653854noreply@blogger.com4tag:blogger.com,1999:blog-533974258526249828.post-84289898768276530242016-12-31T04:50:00.002+05:302022-03-13T22:45:58.220+05:30जिंदगी में जरूर अपनाये ये तीन नियम ! - Three Rule of Life
Three Tip for Life
जिंदगी में हम अक्सर देखते हैं कि दूर से सुन्दर दिखाई देने वाली चीज़े अक्सर पास से देखने पर वैसी नही रह जाती हैं। कोई भी व्यक्ति , वस्तु अथवा घटना करीब आते आते अलग दिखाई देने लगते हैं। खूबियों के साथ साथ खामियां भी नज़र आने लगती हैं। और साथ ही साथ मेहनत भी नज़र आने लगती है।
आपकी Unknownnoreply@blogger.com7tag:blogger.com,1999:blog-533974258526249828.post-29582463676596542742016-12-26T06:23:00.001+05:302022-03-13T22:47:29.430+05:30दंगल - गाँव की मिटटी से सिनेमा हॉल के पर्दे तक !
अभी हाल ही में सिनेमा घरो में आयी फिल्म दंगल असली जिंदगी प्रेरित है। यह फिल्म हरयाणा के पहलवान एवम एक आदर्श पिता श्री महावीर सिंह फोगाट एवम उनकी दो लडकियां गीत और बबीता के जीवन पर आधारित है। महावीर जी का सपना था कि वो पहलवानी में देश के लिए गोल्ड मैडल जीत कर लाये। लेकिन देश के लिए रेसलिंग में गोल्ड मेडल लाने के अपने अधूरे सपने को पूरा करने के Unknownnoreply@blogger.com1tag:blogger.com,1999:blog-533974258526249828.post-91732393342360992012016-10-23T12:59:00.001+05:302022-03-13T22:51:01.250+05:30Tips for Happy Mood
आज की इस टेंशन भरी जिंदगी में खुश कौन नहीं रहना चाहता , पर किस कीमत पर। दिन में अक्सर कोई न कोई बात ऐसी हो ही जाती है जो हमारा मूड ख़राब कर देती है। कई ऐसा लगता है कि हमने बिना बात ही अपना मूड खराब कर लिया। ऐसे में आखिर कैसे अपने मूड को संतुलन बनाये रखे ?
document.title='Tips in hindi for making good mood';
Keywords:how to make good mood,features of a good mood, good Manoj Kumarhttp://www.blogger.com/profile/16191596962503653854noreply@blogger.com3India20.593684 78.962880000000041-56.789045 -86.271494999999959 90 -115.80274499999996tag:blogger.com,1999:blog-533974258526249828.post-14764870704958049972016-10-11T10:23:00.001+05:302016-11-02T02:45:13.195+05:30Mental Disorder Disease, It's Cause and Solution
वर्ल्ड मेन्टल हेल्थ डे - 10 अक्टूबर !
एक समय था जब बीमारियां लोगो कोसो दूर रहती थी क्यों कि उस समय में लोगो का खान पान बिलकुल शुद्ध था। उस समय मानसिक बीमारी जैसे शब्द तो सुनने में आते ही नहीं थे। लोगो को मानसिक बीमारियां नहीं थी क्यों कि अधिकतर लोग एक दुसरे से मिलजुलकर रहते थे, एक दुसरे से प्रेम करते थे। उनके बीच अकेलेपन जैसी भावनाये नहीं थी। &Manoj Kumarhttp://www.blogger.com/profile/16191596962503653854noreply@blogger.com4tag:blogger.com,1999:blog-533974258526249828.post-47091863459480935142016-10-04T06:11:00.001+05:302022-03-13T22:54:40.245+05:30 SmartGPA Mobile App
अक्सर कुछ लोग अपना भविष्य जानने के लिए ज्योतिष के पास जाते हैं,तो कुछ यह पता करने के लिए की आज का दिन शुभ होगा या अशुभ यह जानने के लिए रोज सुबह सुबह टी.वी. खोलकर बैठ जाते हैं। आज मीडिया मीडिया ने एक सबसे बड़ी गलती हमारे देश के साथ यह की है कि लोगो को सुबह सुबह उनका राशिफल दिखाने लगते हैं। बेचारे कुछ तो वैसे ही डर जाते हैं,Manoj Kumarhttp://www.blogger.com/profile/16191596962503653854noreply@blogger.com2tag:blogger.com,1999:blog-533974258526249828.post-87361441078713558792016-09-25T16:21:00.001+05:302022-03-13T22:55:12.677+05:30 1 T.B. Storage SDXC Memory Card first time in the World
डिजिटल स्टोरेज डिवाइस बनाने वाली कंपनी सैनडिस्क का नाम तो आपने सुना ही होगा। अक्सर हम सैनडिस्क कंपनी द्वारा निर्मित "पेन ड्राइव" इस्तेमाल करते ही हैं। पेन ड्राइव के साथ साथ सैनडिस्क मेमोरी कार्ड को भी बनाती है। आपको बता दें कि अभी हाल ही में कंपनी ने 1 T. B. ( एक टेराबाइट ) की स्टोरेज क्षमता वाले एस डी एक्स सी मेमोरी कार्ड का प्रोटोटाइप बना लियाManoj Kumarhttp://www.blogger.com/profile/16191596962503653854noreply@blogger.com1tag:blogger.com,1999:blog-533974258526249828.post-21436706195353899112016-09-20T06:32:00.000+05:302016-11-02T06:48:51.109+05:30 Pink Movie - A Review
अभी हल ही रिलीज हुयी फिल्म " पिंक "इन दिनों काफी चर्चा में है। कुछ लोग इसकी आलोचना कर रहे हैं तो कुछ इसको भारतीय सिनेमा की एक बहुत ही उम्दा फ्लिम बता रहे हैं। आलोचना करने वालो में कुछ जाने माने फिल्म समीक्षक भी है। कल मैं भी यह फिल्म देखकर आया।
फिल्म ने समय समय पर भावुक कर दिया। यह फिल्म हमारे भारतीय समाज में लड़कियों के प्रति Manoj Kumarhttp://www.blogger.com/profile/16191596962503653854noreply@blogger.com0India20.593684 78.962880000000041-56.789045 -86.271494999999959 90 -115.80274499999996tag:blogger.com,1999:blog-533974258526249828.post-76894186972348879572016-07-13T05:19:00.001+05:302022-03-13T22:56:40.338+05:30Never Search These Information on Google
वर्तमान में शायद ही कोई ऐसा इंटरनेट उपयोगकर्ता हो जो की गूगल सर्च इंजन का उपयोग न करता हो। लेकिन आपको बता दे की कुछ विशेष प्रकार की जानकारी सर्च करना आपको महंगा पड़ सकता है। जिनको सर्च करने से आप किसी मुसीबत में फस सकते हैं। ऐसे में हमे यह पता होना जरूरी है कि किन चीजों के बारे में हमे गूगल पर सर्च करना नुकसानदायक हो सकता हो सकता है।
गूगल परManoj Kumarhttp://www.blogger.com/profile/16191596962503653854noreply@blogger.com4