एक समय था जब हम अधिकतर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को चालु करने के लिए उनको एक दुसरे से जोड़ने के लिए तारो की जरूरत पड़ती थी , अभी भी पड़ती है।...
एक समय था जब हम अधिकतर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को चालु करने के लिए उनको एक दुसरे से जोड़ने के लिए तारो की जरूरत पड़ती थी , अभी भी पड़ती है। धीरे धीरे हम वायरलेस यंत्रो के उपयोग पर आ पहुंचे। फिर टेक्नोलॉजी के बदलते स्वरुप ने हमको बटन दबाने से लेकर टच स्क्रीन तक पंहुचा दिया। परन्तु इतना ही काफी नही था आज के समय में धीरे धीरे तकनीक हमे वर्चुअल ( आभासी ) माहौल में लेकर जा रही है जहा पर संसाधनो के स्थायी रूप से न होने पर भी हम उनकी सेवाओ का उपयोग कर सकते हैं। उन्हे उस स्थान से जहा पर स्थायी रूप में मौजदूद हैं ,वहा से उनकी सेवाओ को अपने स्थान पर उपयोग कर सकते हैं। वर्चुअल माहौल में कुछ ऐसा ही होता है क्लाउड कंप्यूटिंग तकनीक इसका प्रमुख उदाहरण है। वर्चुअल संसाधनो का उपयोग अभी जनता के बीच प्रचलित नहीं है। लेकिन धीरे धीरे हम लोगो के बीच यह तकनीक पहुंच जायेगी फिलहाल अभी इसका उपयोग बड़े स्तर के इंजीनियरिंग कॉलेज ,यूनिवर्सिटी में, कम्पनियो में एवं वैज्ञानिक स्तर पर रिसर्च में किया जाता है।
"The patent (pictured) was filed in June 2012 and awarded earlier this week. It details a headset that projects a virtual keyboard onto a person's skin and this can be beamed onto their hands, their arm or onto another person. A camera then tracks the fingers to see which keys are being pressed"
( Image reference : www.dailymail.co.uk)
अभी हाल ही में वर्चुअल तकनीक के क्षेत्र में गूगल कंपनी ने एक ऐसा गैजट बनाया है जिसकी मदद से आप अपने हथेली को वर्चुअल कीबौर्ड की तरह उपयोग कर सकोगे । गूगल कंपनी के पास एक ऐसे ही गैजट का पेटेंट मौजूद है, जो आपकी हथेली की त्वचा को वर्चुअल की-बोर्ड में बदल देगा। यह पेटेंट गूगल कंपनी ने जून 2012 में फाइल किया गया था और इसका श्रेय गूगल कंपनी को मिला । यह गैजट गूगल ग्लास जैसा हेडसेट है, जो Interactive Virtual Keyboard को सीधे एक व्यक्ति की हथेली पर प्रदर्शित कर देता है। इस हेडसेट में मौजूद एक कैमरा अंगुलियों की मूवमेंट को ट्रैक करता है। जिसकी मदद से यह पता चलता है कि वेबसाइट या एप में जानकारी फीड करने से पहले कौन-सी की दबाई गई हैं। मौजूदा ऎप्लीकेशन वर्चुअल इनपुट डिवाइस के सिस्टम्स और तरीकों का खुलासा करती है।वर्चुअल इनपुट डिवाइस में छोटा प्रोजेक्टर और एक कैमरा मौजूद है। वर्चुअल की-बोर्ड में पहली अंगुली नंबर्स के लिए और बीच की सिंबल्स के लिए असाइन की जा सकती है।
Reference : www.dailymail.co.uk
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