हवाओ में आज फिर उस खुसबू को ढूंढ़ता हूँ ! फिजाओ में आज फिर उस रंगत को ढूंढ़ता हूँ !! खिलते थे कभी यहाँ प्यार के जो फूल अक्सर ! आज...
हवाओ में आज फिर उस खुसबू को ढूंढ़ता हूँ !
फिजाओ में आज फिर उस रंगत को ढूंढ़ता हूँ !!
खिलते थे कभी यहाँ प्यार के जो फूल अक्सर !
आज फिर उन फूलो की बहार ढूंढ़ता हूँ !!
घटते हुए पशु पक्षियों की खुशहाली ढूंढ़ता हु !
बहती हुयी नदी की साफ़ धारा को ढूंढ़ता हु !!
क्यों हमने अपने इन दोस्तों से आज दुश्मनी कर ली !
घर के आँगन में चिड़ियों की चहचाहट ढूंढ़ता हु !!
बढ़ते समय के साथ साथ इंसान कितना बदल गया है , पैसे से इश्क़ का कुछ ऐसा असर हुआ की आज तकनीकी खिलौनों से ही फुर्सत नहीं , असली दोस्तों से कट्टी करते जा रहे हैं !
नोट : "भारतीय मौसम विज्ञान विभाग " पर मेरा आर्टिकल पढ़ने के लिए नचे दिए गए लिंक पर क्लिक करे
'भारत मौसम विज्ञान विभाग' का मौसमी सफर !
नोट : "भारतीय मौसम विज्ञान विभाग " पर मेरा आर्टिकल पढ़ने के लिए नचे दिए गए लिंक पर क्लिक करे
'भारत मौसम विज्ञान विभाग' का मौसमी सफर !
COMMENTS