जैसा की हम सब जानते हैं की मच्छरों से डेंगू और मलेरि...
जैसा की हम सब जानते हैं की मच्छरों से डेंगू और मलेरिया रोग होने का खतरा होता है। इसलिए हमको ऐसी चीज़े चाहिए होती हैं जो मच्छरों से हमारी सुरक्षा कर सके। मचछरो से सुरक्षा के लिए मार्किट में अनेक प्रकार के क्रीम एवं कोइल आती हैं। लेकिन अगर आप किसी क्रीम और कोइल का उपयोग कर रहे हैं तो उसके चयन में थोड़ी सावधानी वरते क्यों की इन पदार्थो में जहरीले तत्वों की संख्या बहुत अधिक होती है। इनके गलत प्रयोग से त्वचा के एलर्जी रोग और जलन होने की शिकायत होती है।
डॉक्टर का कहना है की कोइल से कैंसरकारी धुंआ निकलता है। अगर गलती से बच्चे इन पदार्थो को निगल जाते हैं तो खतरा और भी बढ़ जाता है। मच्छरों भगाने वाले पदार्थो में "DEET" और "N.N, Diethyl Benzamide" जैसे हानिकारक केमिकल्स होते हैं।जो मच्छर भगाने में तो असरदार होते हैं लेकिन इनसे त्वचा को होने वाली एलर्जी रोग होने खतरे काफी अधिक होते हैं। ऐसे पदार्थो को न खीरदे जिनमे " DEET" कैमिकल की मात्रा 30 % से जयदा हो।
डॉक्टर का कहना है की कोइल से कैंसरकारी धुंआ निकलता है। अगर गलती से बच्चे इन पदार्थो को निगल जाते हैं तो खतरा और भी बढ़ जाता है। मच्छरों भगाने वाले पदार्थो में "DEET" और "N.N, Diethyl Benzamide" जैसे हानिकारक केमिकल्स होते हैं।जो मच्छर भगाने में तो असरदार होते हैं लेकिन इनसे त्वचा को होने वाली एलर्जी रोग होने खतरे काफी अधिक होते हैं। ऐसे पदार्थो को न खीरदे जिनमे " DEET" कैमिकल की मात्रा 30 % से जयदा हो।
इनके कभी कभी अधिक उपयोग से शारीरिक तंत्रिकाओं में विकार होने की सम्भानए भी काफी बढ़ जाती हैं . लोक नायक हॉस्पिटल के डॉक्टर कबीर सरदाना के अनुसार जो व्यक्ति इन क्रीम को घाव या झख्म वाली जगह लगा लेते हैं उनमे शारीरिक एलर्जी होने का खतरा बढ़ जाता है। इन पदार्थो के उपयोग से बचने के लिए कुछ कम्पनियो ने मच्छर भगाने के लिए हर्बल क्रीम बाज़ार में उतारे हैं लकिन लोगो का कहना है की ये कम असरदार हैं।
क्या करे और क्या न करे ?
- अगर आप मच्छर भगाने के लिए क्रीम प्रयोग कर रहे हैं तो क्रीम को खुली त्वचा पर लगाए मतलब की जिस हिस्से पर आपने क्रीम लगाई हैं उसके ऊपर कपडा न पहने वरना कैमीकल तत्व कपडे में चले जाते हैं औरफिर इस कपडे को बिना धोये पहने से एलर्जी का खतरा बढ़ जाता है खासकर गर्मिओ में।
- क्रीम को कभी भी घाव या जख्म वाले हिस्से पर न लगाए।
- आँखों और चेहरे पर न लगाए।
- अगर आपको त्वचा में एलर्जी की शिकायत है तो इन पदार्थो का उपयोग न करे।
- मच्छरदानी का उपयोग करे।
गर्मी के मौसम में जिन शहरो में बिजली की समस्या नही होती तो चूँकि वहा पंखो और कूलर चलते हैं तो इन पदार्थो के उपयोग के बिना भी काम चल्या जा सकता हैं क्यों की पंखे और कूलर की हवा में मच्छरों का अहसास नही होता वहा आप सोते समय मच्छरदानी का उपयोग कर सकते हैं। लेकिन समस्या उन जगहों पर जयदा हैं जहा गर्मी के मौसम में बिजली नही आती और शाम होते ही मच्छरों का भिनभिनाना शुरू हो जाता है। ऐसे में अब अगर ये लोग कमरे में मच्छरदानी का उपयोग करते हैं या कोइल या क्रीम का उपयोग करते हैं और बिजली नही है तो गर्मी की समस्या और साथ ही साथ कोइल के धुएं से होने वाली बेचैनी। मजबूरन इनको छत पर जाकर खुले में सोना पड़ता हैं।
Keywords : Mosquito , Repellents,
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